देव पà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤§à¤¨à¥€ à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶à¥€ 11 नवंबर को
धनतà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤¦à¤¶à¥€ के दिन à¤à¤—वान धनवंतरी जनà¥à¤® हà
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कांचनपीठनिविषà¥à¤ ाम सादर मà¥à¤¨à¤¿à¤µà¤°à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤®à¥¤ करà¥à¤£à¤¾à
कà¤à¥€-कà¤à¥€ हमारे घरों में दà¥à¤– और दरिदà¥à¤°à¤¤à¤¾ के कारण धन हानि शà¥
अब पितृपकà¥à¤· समापà¥à¤¤ ही होने वाले हैं। सिरà¥à¤« चार दिन पितरà¥
नवरातà¥à¤° के दस दिन, लेकिन उपाय सिरà¥à¤« सात...वह à¤à¥€ ये à¤à¤¸à¥‡ रामब
दà¥à¤°à¥à¤—ा पूजा,शारदीय नवरातà¥à¤°à¥‡, कलश सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की शà¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤
घर में तिजौरी का खास महतà¥à¤µ होता है। हर इंसान चाहता है कि à¤
साईंबाबा, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शिरडी साईंबाबा à¤à¥€ कहा जाता à¤
जीवन में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ और सबूरी बेहद जरूरी हैं। सबूरी का मतलब à